किसी भी राष्ट्र के विकास की गति वस्तुओं एवं सेवाओं के उत्पादन के सतह उनके एक स्थान से दूसरे स्थान तक वहाँ पर भी आश्रित कराती है विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की प्रगति के साथ व्यापर एवं परिवहन के प्रभाव क्षेत्र में व्यापक बढोतरी हुई है अत्यधिक सक्षम व तीव्रगति वाले परिवहन के कारण आज संपूर्ण विश्व एक गाँव की भाँति दिखाई देता है | इसी तरह विचारों का आदान - प्रदान और ज्ञान , व्यापारिक सौदे आदि कुशल संचार माध्यमों पर निर्भर करते है | चूँकि परिवहन का यह विकास के परिणामस्वरूप ही संभव हुआ है अत: परिवहन , संचार व व्यापर एक दूसरे के पूरक है | यही कारण है की परिवहन एवं संचार को देश की जीवन रेखाएँ कहा जाता है |
-Answered by Master Mind On 17 March 2020:06:05:51 PM